अगर आपको ट्रेवल करना पसंद है ओर आप मध्य प्रदेश आने का सोच रहे है तो हम आपको मध्यप्रदेश की 11 खूबसूरत जगहों के बारे में बताने जा रहे है यह जा कर आपको बहुत आनंद आएगा यह जगहें पर्यटन के लिए बहुत प्रचलित है।
मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध 11 खूबसूरत जगहें
.jpeg)
यह आपको बौद्ध विहार, सांची स्तूप के चार द्वार, सांची संग्रहालय, द ग्रेट बाउल, गुप्त मंदिर, अशोक स्तंभ, सांची स्तूप देखने मिलेंगे।
.jpeg)
पचमढ़ी (Pachmarhi): होशंगाबाद जिले में स्थित पचमढ़ी मध्यप्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है जिसे मध्यप्रदेश का श्रीनगर और स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। रोमांटिक स्थलों में यह टॉप पर है। ऊंचे ऊंचे पहाड़, झील, झरने, गुफाएं, जंगल सभी कुछ हैं यहां पर। राजधानी भोपाल से यहां पहुंचना और रहना बहुत ही आसान और सस्ता है। पचमढ़ी के पास ही अमरकंटक वह स्थान है जहां से नर्मदा नदी का उद्गम हुआ है। यहाँ की गुफाएँ पुरातात्विक महत्व की हैं, क्योंकि यहाँ गुफाओं में शैलचित्र भी मिले हैं। इसे सतपुड़ा की रानी भी कहा जाता है।
खजुराहो (Khajuraho): मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो अपने मंदिरों के लिए प्रसिद्ध। खजुराहो शिल्प के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय नृत्य समारोह के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। इन विश्व प्रसिद्ध मंदिरों का निर्माण चंदेल राजाओं ने सन् 950-1050 के बीच करवाया था। पहले इसका नाम 'खर्जुरवाहक' था। 1986 में यूनेस्को द्वारा इन मंदिरों को 'विश्व धरोहर स्थल' घोषित कर रखा है।
हम आपको बता दे की इस मंदिर की दीवारों पर बनी सिर्फ 10% नक्काशी यौन गतिविधियों को दर्शाती हैं इसके अलावा यहां की 90% नक्काशी उस वक्त के लोगों के जीवन को प्रदर्शित करती है तथा मंदिर में कुम्हारों, संगीतकारों, किसानों और महिलाओं की मूर्तियां भी बनाई गई है।
ओमकारेश्वर (Omkareshwar): इंदौर के पास करीब 90 किलोमीटर दूर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का मंदिर नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। मानसून में यहां की यात्रा के दौरान नदी और घाटों के नजारे कई गुना ज्यादा सुंदर दिखाई देते हैं। यात्रा के दौरान ऐतिहासिक घाटों, प्राकृतिक खूबसूरती को संजोए पर्वत, आश्रमों, डेम, बोटिंग आदि का लुत्फ भी लिया जा सकता है। ओंकारेश्वर के पास ही महारानी अहिल्याबाई की नगरी महेश्वर को देखना न भूले और मंडलेश्वर भी पास में स्थित है।
ओमकारेश्वर को भगवान शिव का घर कहा जाता है यहां भगवान शिव स्वयं विराजमान रहते है। यह 12 ज्योतिलिंग में से एक है।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान (Kanha National Park) :
एशिया के सबसे सुरम्य और खूबसूरत वन्यजीव रिजर्वों में से एक है कान्हा राष्ट्रीय उद्यान। यहां पर हजारों पशु और पक्षियों का झुंड है। मंडला और जबलपुर शहर से सड़क मार्ग द्वारा 'कान्हा राष्ट्रीय उद्यान' तक पहुंचा जा सकता है। बारिश के मौसम में भी यहां पर घूमने की सरकार ने व्यवस्था की है। खटिया गेट से बफर जोन घूमने के लिए पर्यटकों को एंट्री टिकिट मिलेगी। यह जोन लगभग 35 वर्ग किमी का है और यहां अधिकांश वन्यप्राणी दिखाई पड़ते हैं।
ओरछा (Orchha): अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल और रामराजा की नगरी ओरछा में प्रतिदिन बड़ी संख्या में भारत से ही नहीं, बल्कि विदेशी सैलानी भी पहुंचते हैं। यहां पर ओरछा के राजाओं द्वारा बनाए गए भव्य मंदिर और स्मारकों को देखना अद्भुत है। बेतवा नदी के तट पर बसे ऐतिहासिक शहर ओरछा की स्थापना 16 वीं शताब्दी में बुंदेला राजपूत प्रमुख रुद्र प्रताप ने की थी
इसके अलावा पूनासा डेम, शिवपुरी, अमरकंटक, आदि जगहों पर भी घूमा जा सकता है।
ऐसी और आर्टिकल के लिए हमसे जुड़ें रहिए और प्रतिदिन हमारे ब्लॉक पर विजिट करें। अगर आपको यह अच्छा लगा तो इसे शेयर करें।
0 टिप्पणियाँ