बुद्ध के उपदेश
बौद्ध धर्म की स्थापना करने वाले भगवान गौतम बुद्ध है। वैशाख मास की शुक्त पक्ष की पूर्णिमा (Vaiskh Shukal Paksh Purnima) को ही बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) के नाम से जाना जाता है। गौतम बुद्ध ने अपने जीवन की 16 वर्ष की आयु में ही राज -पाठ को त्याग कर संन्यासी जीवन को अपना लिया। गौतम बुद्ध ने अपने मानव जीवन को उपयोगी बनाने के लिए उपदेश भी दिए हैं। अगर आप गौतम बुद्ध द्वारा दिए गए उपदेशों (Goutam Buddha ke Updesh) के बारे में नहीं जानते हैं तो आज हम आपको गौतम बुद्ध के द्वारा दिए गए उपदेशों के बारे में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं गौतम बुद्ध के द्वारा दिए गए उपदेशों के बारे में……..
गौतम बुद्ध के द्वारा दिए गए उपदेश
1. मनुष्य को अगर अपने जीवन मे खुशियां प्राप्त करनी है तो उसे न अपने भूतकाल मे उलछना चाहिए और न हीं अपने भविष्य को चिंता करनी चाहिए। मनुष्य को केवल अपने वर्तमान पर ही ध्यान देना चाहिए।
2. मनुष्य को अपने जीवन में क्रोध की सजा नहीं मिलती है बल्कि मनुष्य को क्रोध से सजा मिलती हैं।
3. मनुष्य हजारों लड़ाईयां जीत कर भी विजय नहीं होता। लेकिन जिस दिन वह अपने ऊपर विजय प्राप्त कर लेता है उसी दिन वह विजयी बन जाता हैं।
4. दुनिया में तीन चीजे ऐसी है जो कभी नहीं छिप सकती है – सुर्य, चांद ओर सच।
5. मनुष्य के अपने जीवन में मंजिल या लक्ष्य को पाने से अच्छी उसकी यात्रा होनी चाहिए। जैसे हजारों शब्दो से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति प्रदान करता है ।
6. जीवन में कभी भी बुराई से बुराई को कभी खत्म नहीं किया जा सकता। मनुष्य की बुराइयां उसके जीवन से प्रेम को ही खत्म कर देती है।
7. सत्य पर चलने वाला मनुष्य अपने जीवन में सिर्फ दो ही गलतिया कर सकता है या तो पूरा रास्ता तय नहीं करता या फिर शुरुवात ही नहीं करता।
8. क्रोधित होने का मतलब है जलता हुआ कोयला किसी दूसरे पर फेकना जो सबसे पहले आपके ही हाथो को जलाता है।
9. एक जलते हुए दीपक से हजार दीपकों को जला सकते है फिर भी दीपक की रोशनी कभी काम नहीं होती ठीक उसी प्रकार यदि आप मे गुण है तो किसी के बुराई करने से वह कम नहीं हो जाती ।
10. अज्ञानी व्यक्ति एक बैल के समान है जो ज्ञान मे नहीं आकर मे बड़ता हैै।
11. झरना बहुत शोर मचाता है परन्तु सागर गहरा ओर शांत होता है।
12. इच्छाओ का कभी अंत नहीं होता, अगर आपकी एक इच्छा पूरी होती है तो दूसरी तुरंत जन्म ले लेती हैं।
13. बंधन ही सभी दुखो की जड़ है।
14. मन सब कुछ है क्योंकि तुम जैसा सोचते हो वैसा ही बनते हो।
15. आज जो हम करते है जीवन में वहीं सबसे ज्यादा मायने रखता है ।
16. जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता है सबसे अधिक खुशी उसी के पास होती है ।
17. जो व्यक्ति विचलित करने वाले विचारो से मुक्त होते है इन्हे शांति अवश्य प्राप्त होती है।
18. चाहे आप जितने पवित्र शब्द बोल ले या पढ़ ले, वो आपका क्या भला करेगा जब तक आप उन्हे उपयोग मे नहीं लाते।
19. जीभ एक तेज चाकू की तरह होती है, यह बिना खून निकाले ही मारती हैं।
20. जिसका मन एकाग्र होता है वहीं चीजे को उनके सही स्वरूप में देख पर है।
दोस्तो हमे यकीन है आपको बुद्ध भगवान के उपदेश अच्छे लगे होंगे उन्होंने अपने उपदेश मे जीवन को सरल बनाने का रास्ता बताया है इन्हे ओर लोगो को शेयर करें ओर ज्ञान, रोचक,gk आदि के लिए हमारा ब्लॉग पड़ते रहिए ओर हमेशा खुद रहिए।
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