विटामिन (vitamin)
सभी जीवों को अल्पमात्रा मे विटामिनों की आवश्कता होती हैं। रासायनिक रूप से ये कार्बनिक यौगिक होते है। उन योगिको को विटामिन कहा जाता है जोकि शरीर द्वारा स्वयं उत्पन्न नहीं किए जा सकते अपितु भोजन के रूप में प्राप्त किए जाते हैं।
मानव शरीर में केवल विटामिन-D का निमार्ण सूर्य के प्रकाश से हो है ।
विटामिन कितने प्रकार के होते है
विटामिन मुख्यता छह प्रकार के होते है- विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन ई, विटामिन के।
विटामिनों के रासायनिक नाम –
Trick- रथ पर एक टॉफी
विटामिन रासायनिक नाम स्त्रोत
विटामिन ए = रेटिनल = गाजर, दूध,पपीता, हरी सब्जियां,अंडा, फल, पका आम
विटामिन बी = थाइमिन। = चावल, मांस, दूध, सोयाबीन, आलू, अंकुरित अनाज
विटामिन सी = एस्कार्बिक एसिड = खट्टे फल
विटामिन डी = कैल्सिफरल = अंडा, मक्खन, मछली, सूर्य की रोशनी
विटामिन ई = टेकोफरोल = हरी सब्जियां, मक्खन, दूध
विटामिन के = फिलोक्विनोन। = हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, पनीर
विटामिन की कमी से होने वाले रोग –
विटामिन ए = रतोंद्धि रोग (नाइट ब्लाइंडनेस)
विटामिन बी = बेरी बेरी रोग
विटामिन सी = स्कर्वी रोग
विटामिन डी= रिटेक्स रोग, घेंघा
विटामिन ई = जनन क्षमता की कमी
विटामिन के = रक्त का थक्क
Trick याद करने को =
रात को बारी बारी से टैक्स की जन क्षमता का तुक्का लगायाएगे।
रात – रतोंधी रोग
बारी बारी- बेरी बेरी
से – स्कर्वी
टैक्स- रिटक्स
जन क्षमता- जनन क्षमता की कमी
तुक्का- रक्त का थक्का।
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